लखनऊ। देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू होने की घोषणा के बाद से ही यूपी में हाई अलर्ट लागू कर दिया गया। पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद् कर दी गईं और छुट्टी पर गए पुलिसकर्मियों को वापस बुला लिया गया है। मंगलवार को प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह मुस्तैद है। कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है।

उन्होंने कहा कि हमें सीएए लागू होने की जानकारी पहले से ही थी इसलिए हम पहले से ही तैयार थे। इससे जुड़े सभी स्टेक होल्डर्स जैसे धार्मिक नेता, पीस कमेटी, डिजिटल वालंटियर्स और सिविल डिफेंस के लोगों से लगातार वार्ता चल रही थी।
उन्होंने कहा कि मैं फिर से स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि सीएए एक ऐसा कानून है जिससे किसी की नागरिकता नहीं जाएगी बल्कि ये नागरिकता देने का कानून है। इसका लाभ उन लोगों को मिलेगा जो कि हमारे पड़ोसी देशों से धार्मिक कारणों से परेशान होकर यहां आए हैं। ऐसे लोगों की संख्या भी बहुत कम है।
उन्होंने कहा कि सभी धार्मिक नेताओं ने अधिसूचना जारी होने के बाद सकारात्मक टिप्पणी की है और हम लोग ऐहतियात बरत रहे हैं। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 179 कंपनी पीएसी और 100 कंपनी सीएपीएफ तैनात की गई है। लगातार निगरानी की जा रही हैं। जिलाधिकारी व पुलिस अफसरों की टीम लगातार लोगों से संवाद कर रही है। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। संवेदनशील जगहों व उपद्रवी तत्वों पर लगातार नजर रखी जा रही है। कोई भी व्यक्ति गड़बड़ी करेगा और अशांति फैलाने की कोशिश करेगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी मुख्यालय से फील्ड और सोशल मीडिया पर लगातार निगरानी की जा रही है।