रिपोर्ट: अरुण यादव

आज़मगढ़। जिले के तरवा थाना में दलित युवक की शौचालय में हुई संदिग्ध मौत के बाद बुधवार को बहुजन समाज पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल के नेतृत्व में मृतक युवक के घर उमरीश्री पंहुचा।  परिजनों को सांत्वना देने के बाद बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने  कहा कि युवक ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या की गई। उन्होंने घटना की सीबीआई जांच, परिवार के एक सदस्य को नौकरी, 50 लाख रुपये मुआवजे और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

बसपा प्रमुख मायावती के निर्देश पर पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल बसपा प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में उमरी श्री गांव पहुचा। प्रतिनिमण्डल के सदस्यों ने परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर सांत्वना दिया और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
इस दौरान बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्नाथ पाल ने कहा है कि घटना काफी दुःखद है। किसी भी मामले में अगर पुलिस पकड़कर ले गई तो उसे चालान करना चाहिए था लेकिन पुलिस युवक को 29 मार्च को उठाई और 30 मार्च तक चालान नहीं किया, 30 की रात को परिजन 10 बजे भोजन लेकर गए तो सनी स्वस्थ था। लेकिन 31 की सुबह उसकी मौत की जानकारी परिजनो को दी गई। बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने पुलिस की कहानी पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि 70-75 किलो वजन युवक पैजामे के नाड़े से कैसे फांसी लगा लिया ? उन्होंने कहा कि परिजनों से बात हुई है वो इसे हत्या बता रहे है। मृतक अपने मां-बाप का इकलौता सहारा था। उसकी दो बहनें है जिसमे एक दिव्यांग है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि घटना की सीबीआई जांच की जाय, क्योंकि पुलिस मामले में लीपापोती कर रही है। परिवार के एक सदस्य को नौकरी और 50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाय। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में एससी एसटी, पिछड़ा वर्ग और गरीब तबके के साथ ऐसी घटनाएं हो रही है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

गौरतलब है कि 31 मार्च को तरवा थाने में छेड़खानी के आरोपी दलित युवक सनी कुमार ने संदिग्ध परिस्थितियों में शौचालय में फांसी लगाकर कर जान दे दी थी। जिसको लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव, वाहनों, दुकानों में तोड़फोड़ व सड़क जाम किया था। घटना में एसपी ने थानाध्यक्ष सहित 3 पुलिसकर्मियों को उसी दिन निलंबित कर दिया। एक मार्च को थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। वही आक्रोशित लोगों द्वारा तोड़फोड़, हंगामा, पथराव के मामले में पुलिस ने भी 13 नामजद व 30-40 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।