वाराणसी। काशी दौरे पर आए गृह मंत्री अमित शाह ने मोतीझील मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि औरगंजेब ने बाबा विश्वनाथ का मंदिर तोड़वाया था तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कॉरिडोर बनवाकर बाबा का भव्य दरबार सजा दिया। काशी में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, रिंग रोड, बिजली की लाइनें अंडरग्राउंड की, बीएचयू में टाटा कैंसर, कई फ्लाईओवर, घाटों का सुंदरीकरण कर नमो घाट का निर्माण, मां गंगा को स्वच्छ कर आचमन के लायक बनाया। 

काशी के हर एथलीट की ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई। ट्रेड फेसिलिटेशन सेंटर, एयरपोर्ट को आधुनिक बनाया जा रहा, गंगा पुल और रेलवे स्टेशन को और बेहतर बनाया जा रहा है। गृह मंत्री ने कहा कि वह जब भी काशी आए हैं। हर बार सौगातें लेकर आए हैं। आप देखिए काशी की शक्ल और सूरत दोनों बदल चुकी है। काशी अध्यात्म की नगरी है, उन्होंने इसके अध्यात्म को आगे बढ़ाने का काम किया है। विश्व की सबसे आधुनिक नगरी बनाने का काम किया है। छोटे- बड़े 75 हजार उधोग तैयार हुए और तीन लाख लोगों को रोजगार मिला। 

मोतीझील में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान अपने संबोधन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हर दूसरी लाइन में काशी के सांसद नरेंद्र मोदी का नाम लेते रहे। ऐसा लगा कि चुनाव से पहले देश के गृहमंत्री काशी के सांसद का रिपोर्ट कॉर्ड जनता के सामने रखने आए हैं।

अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि नरेंद्र मोदी के पहले चुनाव 2014 फिर 2019 में कार्यालय के उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला और अब 2024 में फिर आया हूं। महामना मदन मोहन मालवीय, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, संत रविदास, तुलसीदास, जैन तीर्थंकर, लक्ष्मीबाई जैसे महापुरुषों ने दुनिया को राह दिखाने का काम किया। पद्म विभूषण, पद्म श्री और भारत रत्न से अलंकृत होने वालों की संख्या बहुत है। काशी कला, विद्या और मोक्ष की नगरी है।

काशी के सांसद नरेंद्र मोदी ने रिंग रोड और फ्लाईओवर का जाल बिछा दिया है। बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर से देश-दुनिया में काशी का मान-सम्मान बढ़ा। अस्पताल, घाटों का सुंदरीकरण, रुद्राक्ष सेंटर, फोरलेन, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प कराया गया। अमित शाह ने प्रधानमंत्री के आध्यात्मिक जुड़ाव को सामने रखा और कहा कि काशी तो अध्यात्म की नगरी है। आपके सांसद इसके अध्यात्म को आगे बढ़ा रहे हैं। इसे आधुनिक नगरी के रूप में विकसित कर रहे हैं। काशी की धरती से आध्यात्मिक शक्ति लेकर वह देश के विकास कार्य कर रहे हैं। मां गंगा के बुलावे पर वह काशी आए थे और उन्होंने फिर मां गंगा को स्वच्छ कर इसे आचमन के लायक बनाया।