रिपोर्ट: अरुण यादव

आजमगढ़।  जिले के सिधारी थाना क्षेत्र के जाफरपुर गांव में दलित युवक की हत्या के मामले में शनिवार को परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में परिजन और ग्रामीणों ने एसपी आवास का घेराव किया। परिजनों का कहना है कि संतोष कुमार की सुनियोजित तरीके से उसे मारा- पीटा गया जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। हालांकि परिजन एसपी से नहीं मिल पाए। मौके पर पहुंची सिधारी थाने की पुलिस ने आश्वासन देकर उन्हें घर भेज दिया।


सिधारी थाना क्षेत्र के जाफरपुर गांव निवासी फूलमती का आरोप है कि 30 मार्च 2025 को सिधारी थाने में लिखित तहरीर दी थी। तहरीर में उन्होंने बताया कि पुरानी रंजिश के चलते सुरेश, हरिनंद और लल्लू ने उनके साथ मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी। इस घटना में उनके पुत्र संतोष कुमार को पेट में गंभीर अंदरूनी चोटें आईं। इलाज के दौरान नौ अप्रैल 2025 को एक अस्पताल में संतोष कुमार की मृत्यु हो गई। 

घटना के तीन दिन बीत चुके लेकिन अभी तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इससे नाराज परिजन और ग्रामीण सैकड़ो की संख्या में  शनिवार को एसपी आवास का घेराव किया। ग्रामीणों ने एसपी से मिलने की मांग की लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। सैकड़ो की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों की सूचना जैसे ही सिधारी थाने की पुलिस को मिली वैसे ही शिकारी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। 

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों और ग्रामीणों को घर भेज दिया। सिधारी थाना अध्यक्ष शशि चंद चौधरी ने बताया कि आरोपियों की तलाश में छापेमारी तेज कर दी गई है। शुक्रवार को पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर हरबंशपुर तिराहे से आरोपी सुरेश को गिरफ्तार कर लिया। बाकी आरोपियों की तलाश हो रही है। बहुत जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।