रिपोर्ट: अरुण यादव

आज़मगढ़। मोहब्बत का कोई मजहब नहीं होता, प्यार के खातिर लोग मजहब की दीवारें तोड़ अपने साथी को पाने की हर कोशिश करते हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद में देखने को मिला, यहां एक मुस्लिम लड़की सदमा नूरी ने अपने हिंदू प्रेमी राजा बाबू के साथ मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लिए। इसके बाद सदमा नूरी ने अपना नाम बदल कर रानी रख लिया। दोनों प्रेमी युगल पिछले 3 महीने से एक दूसरे से प्रेम करते आ रहे थे । इस विवाह के विश्व हिंदू परिषद के सदस्य साक्षी बने और दोनों लोगों को सुखी दांपत्य जीवन बिताने का आशीर्वाद दिया।

आज़मगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के मुबारकपुर नगर पालिका क्षेत्र के रहने  वाले राजा बाबू प्रजापति इसी नगर पालिका क्षेत्र के ही दूसरे धर्म से ताल्लुक रखने वाली सदमा नूरी से फ़रवरी 2025 में प्रेम हो गया। दोनों का प्रेम परवान चढ़ा तो दोंनो ने शादी करने का फैसला किया लेकिन धर्म की दीवार आड़े आने लगी। प्रेमी राजा बाबू विश्व हिंदू परिषद का सदस्य था।तो उसने यह बात अपने संगठन के लोगों को बताई और मदद मांगी। जिसके बाद आज गुरुवार को सदमा नूरी और राजा बाबू ने कोर्ट मैरिज करने के बाद शहर के पुरानी कोतवाली स्थित शिव मंदिर में विहिप के सदस्यों की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच दोनों की शादी कराई और दोनों को सुखी दांपत्य जीवन बिताने का आशीर्वाद दिया। विवाह के दौरान राजा बाबू ने सदमा नूरी उर्फ रानी की मांग में सिंदूर भरा। दोनों ने मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेते हुए एक दूसरे को जयमाला पहनाया। इस शादी समारोह में सदमा नूरी से रानी बनी के घरवाले शरीक नहीं हुए। जबकि राजाबाबू के घर वाले मौजूद थे। शादी के बाद दोनों काफी खुश नजर आए।

शादी सम्पन्न होने के बाद विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संयोजक गोरखपुर क्षेत्र गौरव रघुवंशी ने बताया कि राजा बाबू प्रजापति उनके कार्यकर्ता है। फरवरी में वे मुबारकपुर के सदमा नूरी से प्रेम करने लगे । दोनों ने शादी करने का फैसला लिया लेकिन धर्म अड़चने आ रही थी लेकिन आज कोर्ट में शादी की और फिर शिव मंदिर में वैदिक रीतिरिवाज से शादी की है।