
महाकुंभ नगर। महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। संगम पर डुबकी के लिए कड़ाके की ठंड की चिंता किए बिना देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। विदेशी भक्त भी महाकुंभ पहुंच रहे हैं। कुंभ मेला क्षेत्र दिव्य सजावट और भव्य तैयारियों से जगमगा उठा है। चारों ओर आध्यात्मिकता का प्रकाश और धर्म की गूंज है। आज मकर संक्रांति पर्व पर अखाड़ों का अमृत स्नान करीब साढ़े नौ घंटे तक चलेगा। शिविर से निकलने और वापस आने में 12 घंटे से भी अधिक समय लगेगा।

पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के श्री कमलानंद गिरि महाराज ने बताया, ‘यह एक लंबी परंपरा रही है, सभी अखाड़े एक के बाद एक पवित्र स्नान करते हैं। यह महाकुंभ एक शुभ अवसर है जहां सनातन धर्म के लोग एकजुट होते हैं और प्रार्थना करते हैं।’

संतों का जत्था स्नान के लिए निकलता हुआ
महाकुंभ 2025 के पहले अमृत स्नान के लिए अखाड़ों ने जुलूस शुरू कर दिया है। सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के साधु आज त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाएंगे। संतों का जत्था स्नान के लिए निकला है। पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के संतों के साथ महामंडलेश्वर स्नान के लिए निकले।

अखड़ों के निकलने वाले रास्ते पर भारी पुलिस बल तैनात
मकर संक्रांति पर्व पर मंगलवार को अखाड़ों का अमृत स्नान करीब साढ़े नौ घंटे तक चलेगा। शिविर से निकलने और वापस आने में 12 घंटे से भी अधिक समय लगेगा। सबसे पहले महानिर्वाणी एवं अटल अखाड़े के संत स्नान करेंगे। संत सुबह सवा छह बजे संगम पर पहुंचेंगे और करीब 40 मिनट तक अमृत स्नान होगा। अखड़ों के निकलने वाले रास्ते के दोनों तरफ भारी पुलिस बल तैनात है। अमृत स्नान के लिए महानिर्वाणी-अटल अखाड़े के संत निकल गए हैं।
हर तरफ हर-हर गंगे का उद्घोष
प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा है। कोई हनुमान चालीसा पाठ करता हुआ आगे बढ़ रहा है तो कोई हर-हर गंगे के जय उद्घोष के साथ संगम की ओर बढ़ रहा है।
त्रिवेणी संगम पर श्रद्धालुओं का तांता लगा
कंपकंपाती ठंड के बीच संगम में डुबकी लगाने के लिए लोग कई-कई किमी पैदल चलकर घाट तक पहुंच रहे हैं।