लखनऊ। लोकसभा चुनाव बीच बड़ी खबर आ रही है। समाजवादी पार्टी से हाल ही में अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य की घर वापसी हो सकती है। स्वामी प्रसाद मौर्य मायावती के संपर्क में है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बसपा में शामिल होने की चर्चाएं शनिवार को सोशल मीडिया पर तेजी से चलती रही। हालांकि बसपा की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है।
स्वामी प्रसाद मौर्य की तस्वीर वाला एक पोस्टर जारी हुआ है। इसमें मैनपुरी से बसपा उम्मीदवार शिवप्रसाद यादव के पक्ष में सभाएं करने की बात कही गई है। पांच सभाओं में पहली सभा 10 बजे जसवंत नगर विधानसभा, दूसरी 12 बजे किशनी विधानसभा, तीसरी 2 बजे भोगांव विधानसभा, चौथी 4 बजे कुरावली सदर विधानसभा मैनपुरी और पांचवी सभा 6 बजे बरनाहल करहल विधानसभा में करने की बात कही गई, लेकिन  उन्होंने कोई सभा नहीं की।

बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह बात उन्होंने जरूर कहीं की बसपा का जनाधार तेजी से बढ़ रहा है इसलिए हर कोई अब बसपा से जुड़ना चाहता है।
स्वामी प्रसाद पहले भी कई बार पाला बदल चुके हैं

ऐसा पहली बार नहीं होगा कि स्वामी प्रसाद मौर्य किसी पार्टी में आ रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य पाला बदलने माहिर है। इससे पहले भी वह कई बार पाला बदल चुके हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य पहले बसपा में ही थे और बसपा में मायावती के बाद बड़े नेता माने जाते थे। बाद में 2016 में स्वामी प्रसाद मौर्य ने मायावती पर कई आरोप लगाए और पार्टी छोड़ पाला बदल लिया था। बसपा छोड़ने के बाद स्वामी 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा का दामन थामा। बीजेपी के टिकट पर विधायक बने। यही नहीं योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा से भी उनका मोहभंग हो गया। वह सपा में चले आए।