आजमगढ। समाजवादी पार्टी ने काफी मंथन के बाद आखिरकार आजमगढ़ से एक बार फिर से अखिलेश यादव के रिश्ते में भाई धर्मेंद्र यादव को लड़ाने का फैसला किया है। अब मामले में आजमगढ़ से बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने एक बार फिर से समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है। आजमगढ़ शहर के हरबंशपुर में शनिवार को देर रात को कार्यक्रम में पहुंचे दिनेश लाल यादव ने कहा कि इतना मंथन कर रहे थे तो हमने सोचा कि कुछ अच्छा डिसीजन लेंगे लेकिन एक बार फिर उन्होंने बड़ी गलती कर दी है। अगर उनको यादव को ही लड़ाना था तो आजमगढ़ में यादव की कमी नहीं है। पूर्वांचल से किसी यादव को लड़ा देते। लेकिन अखिलेश यादव को अपने परिवार के अलावा कोई यादव दिखता ही नहीं है। उनको लगता है कि यादव केवल उनके घर में ही पैदा हुए हैं। किसी को इस योग्य भी नहीं समझते कि वह लड़ सके। जनता भी इस बात को समझ गई है इसीलिए वर्ष 2022 के उपचुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा था। इस बार तो लड़ाई और भी आसान हो गई है। क्योंकि पिछले डेढ़ सालों में सरकार ने कई विकास के कार्य किए हैं। प्रधानमंत्री ने भी उनको जीत कर आने का संदेश दिया है। वहीं अखिलेश यादव के खुद न लड़ने पर सांसद निरहुआ ने कहा कि यह उनका अपने लिए डिसीजन ठीक है। क्योंकि वह यहां से लड़ते और जीतते तो फिर उनको विधानसभा चुनाव में यह सीट छोड़नी पड़ती।