
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। इस फैसले के बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सरकार की जमकर तारीफ की और कहा कि पाकिस्तानी पानी के बिना मर जाएंगे और यही है 56 इंच का सीना।
निशिकांत दुबे ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सांप को पानी पिलाने वाले समझौते के नायक नेहरू जी, जिन्होंने 1960 में नोबेल पुरस्कार पाने के लिए सिंधु, रावी, व्यास, चिनाब, सतलुज का हमारा पानी पिलाकर हिंदुस्तानी का खून बहाया। आज पीएम मोदी ने अन्न-जल बंद कर दिया है। पाकिस्तानी बिना पानी के मर जाएंगे. ये है 56 इंच का सीना. हुक्का-पानी, दाना-पानी बंद, हम सनातनी भाजपा के कार्यकर्ता हैं, तड़पा-तड़पा कर मारेंगे।

पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था, इसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़े फैसले लिए हैं। बुधवार शाम को CCS की मीटिंग हुई। इसके बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में बताया।
इस मीटिंग में पाकिस्तान के खिलाफ पांच कड़े फैसले लिए गए।
पहला भारत और पाकिस्तान के बीच स्थित ऑटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद किया जाएगा। यह एक बड़ा कदम है जिससे दोनों देशों के बीच सीमित आवाजाही भी रुक जाएगी।
दूसरा फैसला- पाकिस्तान में मौजूद भारत का दूतावास अब बंद किया जाएगा।
तीसरा फैसला- इंडस वॉटर ट्रीटी को भी रोक दिया है। इसका असर पाकिस्तान को काफी बड़े स्तर पर होगा।
चौथा फैसला- भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी राजनायिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
पांचवां फैसला- अब पाकिस्तानियों को भारत का वीजा नहीं मिलेगा
सिंधु जल संधि क्या है?
सिंधु जल संधि 1960 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के बीच विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुई थी। इस संधि के तहत भारत को तीन पूर्वी नदियों (रावी, ब्यास, सतलुज) पर अधिकार मिला। जबकि पाकिस्तान को तीन पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम, चेनाब) पर अधिकार दिया गया। भारत को पश्चिमी नदियों के जल का सीमित उपयोग (जैसे सिंचाई और पनबिजली उत्पादन) की अनुमति थी, बशर्ते इससे पाकिस्तान की जल आपूर्ति पर असर न हो।