संभल। शांति समिति की बैठक में गुरुवार को दिए गए सीओ अनुज चौधरी के बयान ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। सीओ के बयान पर सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि जिन अधिकारियों को होली और ईद के गले मिलने में एकरूपता देखनी चाहिए, अगर वो ही नकारात्मक बात करेंगे तो भेदकारी भाजपा के राज में सौहार्द की रक्षा कैसे होगी।

इससे पहले सपा के प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कड़ा एतराज जताते हुए व्यवस्था बदलने (सपा की सरकार आने) पर उन्हें जेल भेजने तक की बात कही थी। उन्होंने फिरोजाबाद में कहा कि जब सरकार में आएंगे, ऐसे लोग जेल में रहेंगे। आरोप लगाया कि संभल में हिंसा उनके (सीओ) द्वारा ही भड़काई गई थी।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, गलत नहीं लगी बात

इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी सीओ के बचाव में उतर आए हैं। कहा-जो वीडियो देखा है, उसमें सीओ दोनों धर्मों के लोगों से त्योहार शांतिपूर्वक मनाने की बात कह रहे हैं। उन्हें कोई बात गलत नहीं लगी है। इस मामले को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए। वहीं देर रात धर्मगुरु बोले-मिलकर मनाएं त्योहार जामा मस्जिद इंतेजामिया कमेटी के सदर जफर अली ने 14 मार्च को जुमे की नमाज ढाई बजे होने की प्रशासन की बात पर सहमति जताई है।

दो बड़े त्योहारों पर आपसी समझदारी से निकला है हल

मदरसा अजमल उल उलूम के संचालक मोहम्मद आलम रजा नूरी का कहना है कि संभल में पहले भी ऐसे मौके आए हैं, जब दो बड़े त्योहार एक साथ पड़े हैं। हमेशा आपसी समझदारी से इसका हल निकाला गया है। इस बार भी प्रशासन, धार्मिक संगठनों और नागरिकों की सूझ बूझ से शांति और सौहार्द बनाए रखने की पूरी उम्मीद है। महंत ऋषिराज गिरी का कहना है कि होली और जुमा एक दिन है। हिंदू होली का त्योहार धूमधाम से मनाते हैं। हिंदू-मुस्लिम सब मिल-जुलकर त्योहार मनाते हैं। उसी तरह दिलों में भी मिठास रखें।