दिल्ली। रायबरेली के सियासी रण के लिए कांग्रेस हाईकमान ने सब कुछ तय कर दिया है। गांधी परिवार के गढ़ से प्रियंका गांधी अपनी सियासी पारी को शुरू करने जा रही हैं। बृहस्पतिवार को पूरे दिन इस पर दिल्ली से लेकर रायबरेली तक चर्चा का दौर जारी रहा तो पल-पल की खबर के लिए कांग्रेस पदाधिकारी जुटे रहे। दिल्ली से बात छन कर आई कि प्रियंका गांधी ही कांग्रेस से रायबरेली के मैदान में होंगी तो जिले की सियासी हलकों की गर्मी बढ़ गई। अब कार्यकर्ता और पदाधिकारियों की निगाह शुक्रवार पर लगी है कि चुनावी रण में प्रियंका गांधी उतरती है या फिर ऐन मौके पर किसी और को न उतार दिया जाए।

रायबरेली में लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने इतिहास बना दिया है। नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के 24 घंटे से भी कम समय बचा है और कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। कौन होगा प्रत्याशी इसे लेकर पिछले तीन दिन से कयासों के साथ कांग्रेस की निगाह दिल्ली पर लगी है। दिल्ली में बातचीत के कई दौर हुए तो रायबरेली कांग्रेस के तिलक भवन कार्यालय में मैराथन बैठक हो चुकी है। सांसद सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा दो दिन से जिले में डेरा डाले हुए हैं, वह रायबरेली के साथ अमेठी की भी दौड़ लगा रहे हैं।

पार्टी कार्यकर्ताओं को दी गई जिम्मेदारी
बृहस्पतिवार को तिलक भवन पार्टी कार्यालय में तीन चरण में कार्यकर्ताओं की बैठक की गई। इसमें महिला विंग, फ्रंटल संगठन और बूथ लेवल कार्यकर्ताओं को चुनाव की जिम्मेदारी दी गई। किस तरह से बूथ लेवल पर काम करना है और जीत के लिए क्या जरूरी है इसका मंत्र सभी को दिया गया। पूर्वाह्न 11 बजे से लेकर शाम चार बजे तक बैठकों का दौर चला।

सोनिया गांधी ने प्रियंका से की लंबी बातचीत
रायबरेली को लेकर सोनिया गांधी ने बेटी प्रियंका गांधी से लंबी बातचीत की है। सू्त्र बताते हैं कि प्रियंका सक्रिय राजनीति में नहीं उतरना चाहती थी लेकिन मां ने सियासत में अहमियत के साथ रायबरेली के महत्व को समझाया है।

राहुल-प्रियंका के साथ आ सकती हैं सोनिया
पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी ही रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी और शुक्रवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ सोनिया गांधी भी आ सकती हैं। माना जा रहा है कि यह लोग इंदिरा गांधी उड़ान अकादमी फुरसतगंज उतरेंगे और वहां से उम्मीदवार रायबरेली और अमेठी के लिए रवाना होंगे।