संभल। 1978 से बंद शिव मंदिर के आसपास लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। मकानों के छज्जे से मंदिर घिरा हुआ है। अब प्रशासन उन छज्जों को हटवाकर मंदिर को अतिक्रमण से मुक्त कराएगा, जिससे मंदिर को संवारने में कोई दिक्कत न हो। इससे हिंदू समाज में खुशी का माहौल है।

दशकों को पुराने इस मंदिर में भगवान शिव के पूरे परिवार की प्रतिमाएं हैं। इसके अलावा हनुमान जी की प्रतिमा है, जो पुराने जमाने के मंदिरों में दीवार पर उकेरी जाती थी। फिलहाल सफाई कराकर पूजन शुरू करा दिया गया है। 

बुजुर्ग विष्णु सरण रस्तोगी ने बताया कि उनका परिवार भजन कीर्तन मंदिर के बाहर कुएं पर बैठकर ही करता था। जब मकान बेचकर चले गए तो मंदिर पर आवाजाही खत्म हो गई। इसके चलते मंदिर की देखभाल नहीं हो सकी। मंदिर में एक दानपात्र मिला है, जिसमें पुरानी चाल के कुछ सिक्के हैं। उन पर जंक होने के कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि वह किस समय के हैं। उनकी सफाई कराई जाएगी।

लंबे समय से बंद था मंदिर, धूल से अटा था परिसर
एएसपी ने बताया कि लंबे समय से मंदिर बंद था तो सारी धूल मंदिर में एकत्र हो गई थी। भगवान शिव परिवार पर धूल जमी हुई थी। शिवलिंग को पहले साफ किया। इसके बाद नंदी और अन्य मूर्तियों की सफाई की।

लोग बोले-भगवान शिव की कृपा बरस रही है
बुजुर्ग विष्णु सरन रस्तोगी ने कहा कि यह भगवान शिव की कृपा है जो मंदिर खुला है। उन्होंने भगवान शिव का जयकारा लगाया। शाम तक काफी लोग मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंचे।

मंदिर की पुरातत्व विभाग से भी कराई जाएगी जांच
जो शिव मंदिर खग्गू सराय में मिला है, वह काफी पुराना है। विष्णु शरण रस्तोगी ने बताया कि उनके पूर्वज भी इस मंदिर के काफी प्राचीन होने की बात कहते थे। माना जा रहा है कि यह शिव मंदिर 200 वर्ष या उससे ज्यादा पुराना हो सकता है। डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि पुरातत्व विभाग को सूचना भेजी जाएगी। ताकि मंदिर कितना पुराना है इसकी जांच हो सके।

सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेगा मंदिर 
मंदिर की सुरक्षा के लिए लगाए सीसीटीवी कैमरों की निगरानी नजदीक रहने वाले अकील के घर से होगी। डीवीआर को अकील के घर में लगाया गया है। मंदिर की सुरक्षा के लिए चार कैमरे लगाए हैं। मंदिर की सफाई कराकर दीप प्रज्जवलित कर दिए हैं। अब इससे संवारने की प्रक्रिया शुरू होगी। कुएं की खोदाई भी बाकी है। तीर्थ व कूप संवारने के लिए ही प्रशासन पहल कर रहा है।

शिव की कृपा बरस रही है: विष्णु सरण रस्तोगी
बुजुर्ग विष्णु सरण रस्तोगी के परिवार की देखभाल में मंदिर था। जब मकान बेच दिए तो मंदिर की देखभाल नहीं हो सकी। अब मंदिर खुला है तो विष्णु सरण रस्तोगी ने कहा कि यह भगवान शिव की कृपा है जो मंदिर खुला है। उन्होंने भगवान शिव का जयकारा लगाया। बुजुर्ग मंदिर के खुलने से काफी प्रसन्न नजर आए। शाम तक काफी लोग मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंचे।