संभल ।  जामा मस्जिद के सर्वे के दाैरान हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की मदद देने की घोषणा जमीयत उलमा-ए-हिंद ने की है। रजबपुर में आयोजित बैठक में जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि इस घटना में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे। मुरादाबाद के टीएमयू में भर्ती घायलों से मुलाकात भी की गई। इसके साथ ही, जमीयत ने एक राहत कमेटी और कानूनी कमेटी का गठन किया है ताकि प्रभावितों को हर संभव मदद मिल सके।

मौलाना हकीमुद्दीन कासमी के नेतृत्व में जमीयत का एक प्रतिनिधिमंडल हिंसा में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए टीएमयू अस्पताल पहुंचा। इस दौरान मौलाना कासमी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घायलों के पांव में बेड़ियां डाली हुई हैं।

इलाज के दौरान दबाव बनाकर घायलों से बयान बदलवाए जा रहे हैं। बैठक में अमरोहा जामा मस्जिद के मुदर्रिस मुफ्ती अफ्फान मंसूरपुरी और मुरादाबाद के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

सपा का 15 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल कल करेगा दाैरा

संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के बाद भड़की हिंसा की जांच के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) का 15 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल शनिवार को संभल का दौरा करेगा। सपा राज्य अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने शुक्रवार को इस दौरे की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रतिनिधि मंडल वहां जाकर हिंसा की परिस्थितियों का विवरण एकत्र करेगा और रिपोर्ट पार्टी प्रमुख को सौंपेगा।

सपा के प्रतिनिधि मंडल में विपक्ष के नेता मता प्रसाद पांडे, विधान परिषद में विपक्ष के नेता लाल बिहारी यादव, सांसद ज़ियाउर्रहमान बारक, हरेंद्र मलिक, रुचि वीर, इक़रा हसन और नीराज मौर्य सहित कई प्रमुख नेता शामिल होंगे। सपा ने इस दौरे को पहले स्थगित कर दिया था।

दरअसल, पार्टी के नेताओं ने प्रदेश के पुलिस प्रमुख से बात की थी और यह आश्वासन लिया था कि हिंसा की निष्पक्ष जांच की जाएगी। सपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने बिना किसी ठोस आधार के उनके पार्टी कार्यकर्ताओं पर FIR दर्ज की। इसके बाद, डीजीपी ने पार्टी को तीन दिन बाद दौरे की अनुमति दी।