
अयोध्या। तीर्थराज प्रयाग की धरा पर जहां महाकुंभ का आयोजन हो रहा तो श्रीरामजन्मभूमि पर रामभक्तों का कुंभ लग रहा है। देश के विभिन्न राज्यों से प्रयागराज पहुंच रहे श्रद्धालु रामलला के दर्शन की इच्छा लिए रामनगरी भी चले आ रहे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के निरंतर आगमन से जहां पहले से की गईं सारी व्यवस्थाएं छिन्न-भिन्न हो जा रही हैं तो विभिन्न प्रतिबंधों के कारण स्थानीय लोगों काे भी परेशान होना पड़ रहा है। गत पखवारे भर से राम मंदिर में प्रतिदिन ढाई से तीन लाख लोग रामलला का दर्शन कर रहे हैं। रविवार को फिर इतनी भीड़ हो गई कि श्रद्धालुओं को हाईवे पर रोक-रोक कर छोड़ना पड़ा।
महाकुंभ के पलट प्रवाह के कारण अयोध्या में भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। गणतंत्र दिवस के दिन से ही भीड़ कम नहीं हो रही है। बीते शनिवार को तो श्रद्धालुओं की संख्या इतनी हो गई कि राम मंदिर को मध्य रात्रि 12 बजे तक खोलना पड़ा। इधर, कुछ दिनों से मंदिर दस बजे बंद किया जा रहा था। इन दिनों प्रतिदिन लगभग 17 घंटे दर्शन चल रहा है।
लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या
सूत्रों ने बताया कि शनिवार को लगभग चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला का दर्शन किया है। रविवार को भी अयोध्या में बड़ी संख्या में बाहरी श्रद्धालुओं का आगमन होने लगा तो रामनगरी को जोड़ने वाले प्रयागराज, लखनऊ, रायबरेली, गोरखपुर, गोंडा व अंबेडकरनगर हाईवे पर श्रद्धालुओं के वाहनों को कुछ देर तक रोक देना पड़ा। सर्वाधिक भीड़ प्रयागराज व रायबरेली हाईवे से अयोध्या आ रही है।
राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में सबसे ज्यादा भीड़
इस कारण बीकापुर व कुमारगंज में जिले की सीमा पर ही श्रद्धालुओं के वाहनों को रोक-रोक कर प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं, अयोध्या पहुंचने वाले प्रत्येक श्रद्धालु की आस्था के केंद्र में रामलला व बजरंग बली होने के कारण सर्वाधिक भीड़ राम मंदिर व हनुमानगढ़ी में हो रही है। राम मंदिर में प्रवेश व निकासी मार्ग को अलग-अलग करके श्रद्धालुओं की भीड़ को कुछ नियंत्रित जरूर किया जा रहा है, लेकिन पूरे रामपथ पर तीन किमी. तक लोग पैदल ही आ-जा पा रहे हैं।
इसके अलावा अयोध्या के प्रवेश द्वार से ही चार पहिया वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध है, सिर्फ पासधारक श्रद्धालुओं के ही वाहन जा पा रहे हैं। कई दिनों से रामपथ को दर्शन मार्ग बना दिए जाने के कारण स्थानीय लोगों को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लोग श्रीराम अस्पताल, रेलवे स्टेशन की ओर नहीं आ-जा पा रहे हैं तो बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी हो रही है।
मंदिर में भीड़ बढ़ी तो पूरी हो गई श्रद्धालुओं की साध
राम मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ने के कारण दर्शनार्थियों की एक साध पूरी हो गई है। रामजन्मभूमि पथ से चल कर रामलला के साधारण दर्शन के लिए मंदिर में जाने वाले दर्शनार्थियों को गत तीन दिनों से मोबाइल ले जाने दिया जा रहा है। इसका कारण श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के यात्री सुविधा केंद्र में लाकरों की संख्या सीमित होने और अत्यधिक भीड़ काे बताया जा रहा है।
दिलचस्प तो यह है कि साधारण दर्शनार्थी तो मंदिर में मोबाइल ले जाकर अपनी सेल्फी ले रहे हैं और फोटो खींच रहे हैं, जबकि विशिष्ट दर्शनार्थियों के मोबाइल लाकर में जमा कराए जा रहे हैं। साधारण मार्ग से दर्शन करने वाले एक भक्त ने बताया कि उन्होंने रविवार की सुबह रामलला का दर्शन किया है। उस समय भीड़ इतनी हो गई थी कि मोबाइल जमा करने से मना कर दिया गया। चेकिंग प्वाइंट पर नहीं चेक किया गया तो वह मोबाइल अंदर लेकर चले गए। वहां भीड़ के बीच से ही मोबाइल से फोटो खींचते हुए दर्शन करके वह निकल आए। मंदिर में मोबाइल ले जाने पर गत वर्ष प्राण प्रतिष्ठा के सप्ताह भर बाद से प्रतिबंध लगा है। केवल अति विशिष्टजन ही मोबाइल के साथ प्रवेश पाते हैं।