रिपोर्ट: अरुण यादव

आज़मगढ़। फॉल्ट, मरम्मत के दौरान अब घंटों बिजली बाधित नहीं होगी। शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने के लिए सभी 46 फीडरों पर रिंग मेन व्यवस्था लागू होगी। इस पर कार्य शुरू हो चुका है। जुलाई तक इसे पूरा करना है।

विद्युत वितरण ख्ंड प्रथम शहर में 33/11 के 12 उपकेंद्र हैं। उपभोक्ताओं तक बिजली पहुंचाने के लिए इन उपकेंद्रों से 11 केवी के 46 फीडर निकले हैं। शहरी क्षेत्र में विभिन्न भार के 72 हजार से अधिक उपभोक्ता हैं।

उपभोक्ताओं को बिजली की सबसे ज्यादा समस्या तब होती है जब फाल्ट या मरम्मत कार्य होने के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है। जब तक फॉल्ट या मरम्मत पूरी नहीं होती है, बिजली आपूर्ति बाधित ही रहती है।

उपभोक्ताओं की इस समस्या को खत्म करने और उनको निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने के लिए वितरण खंड प्रथम शहरी क्षेत्र में विभाग रिंग मेन यूनिट (आरएमयू) विकसित करेगा। इसका उद्देश्य अगर किसी फीडर की किसी कारण बिजली आपूर्ति बंद है।

तो उस फीडर के उपभोक्ताओं को विकल्प के आधार पर दूसरे फीडर से जोड़कर बिजली उपलब्ध कराना है। सभी 46 फीडरों को रिंग मेन व्यवस्था के तहत जोड़ने के लिए 11 केवी के 11 नए फीडर बनाए जाएंगे। शहर में चारों तरफ बिजली का नेटवर्क विकसित किया जाएगा।

सभी स्थानों पर रिंग मेन यूनिट (आरएमयू) लगेगा। आगामी जुलाई माह तक रिंग मेन सिस्टम का कार्य पूरा करने का लक्ष्य है ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने में कोई समस्या न आए।