रिपोर्ट: अरुण यादव

आज़मगढ़। अपने संसदीय क्षेत्र में भ्रमण कर रहे आज़मगढ़ के सांसद धर्मेन्द्र यादव ने करणी सेना को लेकर योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि करणी सेना को सरकार ही चला रही है। जिस तरह की अराजकता और गैर कानूनी रास्ता अख्तियार किया हुआ है, अगर सरकार चाहे तो यह सेना एक घंटे भी न चले, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद प्रोत्साहित कर कर रहे है। सपा सांसद ने कहा कि सांसद रामजीलाल सुमन, समाजवादी लोगों, समाज के पिछड़े, दबे कुचले, दलित लोगों के साथ कुछ अन्याय व अत्याचार कर लेंगे तो ये उनकी गलतफहमी है। सुमन जी दलित समाज का प्रतिनिधित्व करते है, अगर उन्होंने कोई बात साक्ष्यों के आधार पर कह दिया तो उसपर चर्चा और बहस हो सकती है, लेकिन करणी सेना ने जो रास्ता अख्तियार किया है वह कही से भी लोकतांत्रिक और कानून सम्मत नहीं है और पीडीए परिवार के लोग उनकी इस अराजकता को किसी भी तरह से स्वीकार नहीं करेंगे।

वक्फ  के बारे में सांसद धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि वर्तमान में जो सरकार है इस पर आप विश्वास नहीं कर सकते। पूजा अधिनियम 1991 का उल्लंघन कर सरकार ने प्रदेश में कितने जगह, अशांति, अराजकता, तनावपूर्ण वातावरण खुद सरकार ने बनाया। यह सरकार द्वारा पूर्व नियोजित है। इस सरकार के आप किसी भी आश्वासन को स्वीकार नहीं कर सकते। अगर कानून में कोई बात आ गई होती तो जरूर मान लेते। अगर सरकार की नीयत साफ है तो फिर कानून में उसे शामिल करने में आपत्ति क्या थी ? सांसद धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि सरकार की मंशा है कि मुसलमान भाइयों की जमीनों को छीना जाय। बहाने क्या बना रहे है कि किराया नहीं आ रहा, आमदनी नहीं है, कैसी सरकार है ये कि कोई कब्रिस्तान से निकलकर कोई टैक्स देगा क्या? उन्होंने कहा कि बक्फ बिल जमीनों से छेड़छाड़, चैलेंज करने के लिए ही लाया गया है। संसद में इतनी लंबी-चौड़ी बहस चली सरकार क्या वक्फ में कमियां नहीं गिना पाई।