रिपोर्ट: अरुण यादव

आज़मगढ़। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद बुधवार  को नागरिक सुरक्षा संगठन और पुलिस एक साथ मॉक ड्रिल करेंगे। इसमें कई अन्य सरकारी विभाग भी शामिल रहेंगे। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए आज़मगढ़ में भी बुधवार को  मॉक ड्रिल की जाएगी।  बुधवार की रात 15 मिनट के लिए ब्लैक आउट भी रहेगा।  इसके साथ ही सायरन भी बजेगा।

एएसपी हेमराज मीणा ने बताया कि गृहमंत्रालय के आदेश के बाद आज़मगढ़ में कल मॉकड्रिल किया जाना है। मॉक ड्रिल में  ग्राम पंचायतों के प्रधान, नगर पालिका, नगर पंचायतों,  सभी स्कूल और कॉलेज, एनसीसी कैडेट आदि को  मॉकड्रिल के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा।  इसमें  बड़ी संख्या में वालेंटियर भी शामिल होंगे।

इसके साथ ही बुधवार की रात साढ़े नौ बजे से पौने दस बजे तक ब्लैक आउट केवल शहर में रहेगा। इसके तहत केवल आज़मगढ़ शहर में सभी लोग केवल अपने घरों की लाइटों को 15 मिनट के लिए बंद करेंगे। पंखा, कूलर चलते रहेंगे। इसके साथ ही सड़को की भी लाईट बैंद  रहेगी।

एएसपी ने बताया कि इस मॉक ड्रिल से किसी को घबराने की जरूरत नही है। हमले की स्थिति में स्वयं की रक्षा कैसे हो इसके बारे में जानकारी दी जाएगी।इससे किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है।

मॉक ड्रिल क्या है?

सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल एक तरह की प्रैक्टिस है, जिसमें यह देखा जाता है कि अगर कभी कोई इमरजेंसी जैसे- हवाई हमला या बम हमला हो जाए तो आम लोग और प्रशासन कैसे और कितनी जल्‍दी रिएक्‍ट करता है।इसका उद्देश्‍य इमरजेंसी के समय दहशत को कम करना, अराजकता फैलने से रोकना और जान बचाना है। मॉक ड्रिल नागरिक सुरक्षा नियम (the Civil Defence Rules), 1968 के अंतर्गत कराया जाता है।

ब्लैकआउट एक्सरसाइज क्‍या है?

ब्लैकआउट यानी एक तय समय के लिए पूरे इलाके की लाइटें बंद कर दी जाती हैं। इसका उद्देश्‍य यह दिखाना है कि अगर कभी कोई दुश्‍मन देश भारत पर हमला करता है तो पूरे इलाके को अंधेरे में कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। दरअसल, अंधेरे में निशाना साधने में परेशानी होती है।