लखनऊ। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में स्नान के लिए उमड़ी भारी भीड़ से लगे जाम में लाखों श्रद्धालु परेशान हैं। वहीं, श्रद्धालुओं को जाम से निजात दिलान के लिए पुलिस के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी कमान संभाल ली है। हाईकमान के निर्देश पर प्रयागराज से सटे जौनपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी, भदोही, कौशांबी, मिर्जापुर, फतेहपुर और कानपुर जिलों के स्थानीय भाजपा पदाधिकारियों ने जगह-जगह कैंप लगा कर श्रद्धालुओं को खाना, पानी, दवा आदि मुहैया कराना शुरू कर दिया है।

बता दें कि तीन प्रमुख स्नान समाप्त होने के बाद भी महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। हालात बेकाबू हो रही है। पुलिस प्रशासन के इंतजाम भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। प्रयागराज की सीमा से सटे कई जिलों में भयंकर जाम लगा है। मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ समेत तमाम प्रदेश से आने वाले श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है। कई मार्गों पर लोग 20-20 घंटे से जाम में फंसे हैं और 40-50 किलोमीटर लंबी वाहनों की कतारे लगीं है।

सोशल मीडिया पर प्रयागराज और आसपास के जिलों में जाम की खबर और वीडियो वायरल होने पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को यूपी और मप्र के भाजपा संगठन को ‘सेवा ही संगठन’ का धर्म निभाते हुए जाम में फंसे श्रद्धालुओं की सेवा में जुटने की अपील की थी। इसपर पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने भी एक्स के माध्यम से दोनों प्रदेश के पार्टी नेतृत्व को श्रद्धालुओं की मदद करने के निर्देश दिए गए।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने बताया कि प्रयागराज के सीमावर्ती जिलों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर श्रद्धालुओं की मदद के लिए उतार दिया गया। अब तक विभिन्न मार्गों पर 70 से अधिक शिविरों को स्थापित करके मदद पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि यूपी के भाजपा कार्यकर्ता पड़ोसी राज्यों के भाजपा कार्यकर्ताओं से मिलकर सीमा पर भी मदद करने जुटे हैं। चौधरी ने बताया कि महाकुंभ के आयोजन तक भाजपा कार्यकर्ताओं श्रद्धालुओं की मदद में जुटे रहने को कहा गया है।

सीएम योगी के आदेश पर महाकुंभ भेजे गए 28 अफसर

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की उमड़ती भीड़ के दृष्टिगत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर 28 अफसरों को प्रयागराज भेजा गया है। मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल के आदेश के बाद नियुक्ति विभाग ने प्राधिकरणों के सचिव, ओएसडी, एडीएम, एसडीएम, संयुक्त मजिस्ट्रेट रैंक के अफसरों को आगामी 17 फरवरी तक उप्र पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल के साथ संबद्ध किया गया है। बता दें कि इससे पहले राज्य सरकार ने आशीष गोयल को भी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने भेजा था।

इस बाबत जारी आदेश के मुताबिक सभी अधिकारियों को सोमवार को ही प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है। इनमें बाराबंकी के संयुक्त मजिस्ट्रेट राल्लापल्ली जगत साईं, अलीगढ़ के संयुक्त मजिस्ट्रेट शाश्वत त्रिपुरारी, मेरठ के संयुक्त मजिस्ट्रेट कंडारकर कमलकिशोर देशभूषण, बागपत के एडीएम न्यायिक सुभाष सिंह, हाथरस के एडीएम न्यायिक शिव नारायण, शामली के एडीएम न्यायिक परमानंद झा, बांदा में एडीएम नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति मदन मोहन वर्मा, मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण के सचिव आदित्य कुमार प्रजापति, झांसी के एडीएम नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति योगेंद्र कुमार, गाजियाबाद के एडीएम भूमि अध्याप्ति विवेक कुमार मिश्रा भेजे गए। 

ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के ओएसडी अभिषेक पाठक, नोएडा विकास प्राधिकरण के ओएसडी क्रांति शेखर सिंह, संभल के एडीएम न्यायिक सतीश कुमार कुशवाहा, हमीरपुर के एसडीएम राजेश चंद्र, रायबरेली के एसडीएम आशुतोष कुमार राय, आगरा के एसडीएम रतन, संजीव कुमार शाक्य, गाजियाबाद के एसडीएम चंद्रेश कुमार, सीतापुर के एसडीएम कुमार चंद्र बाबू, सीतापुर के एसडीएम शैलेंद्र मिश्रा, मऊ के एसडीएम अशोक कुमार, सहारनपुर के एसडीएम सुरेंद्र कुमार, मुजफ्फरनगर के एसडीएम संजय सिंह, प्रवीण कुमार, जयेंद्र सिंह, लखीमपुर खीरी के एसडीएम कार्तिकेय सिंह, उन्नाव के एसडीएम देवेंद्र प्रताप सिंह व प्रमेश श्रीवास्तव शामिल हैं। इसके साथ ही डीजीपी मुख्यालय ने 23 आईपीएस एवं पीपीएस अफसरों को भेजा प्रयागराज