
आज़मगढ़। जिले के एक किशोर का बाराबंकी में जबरन धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। आरोप है कि किशोर का खतना कराकर उससे नमाज पढ़वाई गई।
पीड़ित ने शुक्रवार को किशोर न्याय बोर्ड कार्यालय आजमगढ़ में अपना बयान दर्ज कराया है। इस मामले में बाराबंकी की पुलिस ने रेस्टोरेंट संचालक सहित तीन लोगों के खिलाफ पहले ही मुकदमा दर्ज किया था।
बाराबंकी में बजरंग दल के जिला संयोजक विनय सिंह राजपूत ने कोतवाली थाने में 5 दिसंबर 2024 को तहरीर दी थी। तहरीर के अनुसार, वह अपने सहयोगी विश्व हिंदू परिषद बाराबंकी के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार वैश्य के साथ पल्हरी चौराहे के पास हिंद मेडिकल स्टोर के पास खड़े थे।
इसी बीच एक किशोर आया और उसने कहा कि वह अतरौलिया, आजमगढ़ का रहने वाला है। वह अनुसूचित जाति से है। किशोर ने बताया कि मुर्शीद और उसका पिता रियासत अली कबाड़ का काम करते हैं। दोनों उसे बहलाकर अपने साथ ले आए थे। उससे अफीफा रेस्टोरेंट में काम कराने लगे। आरोप है कि एक दिन रेस्टोरेंट मालिक ने परिवार के बारे में पूछा। जब उसने बताया कि उसका परिवार नहीं है तो अस्पताल ले जाकर खतना करा दिया। किशोर से कहा गया कि अब उसका नाम नूर मोहम्मद होगा और उससे नमाज भी पढ़वाई गई।
तहरीर के आधार पर पुलिस ने धर्म परिवर्तन और शारीरिक शोषण के आरोप में मुर्शीद, रियासत अली और अफीफा रेस्टोरेंट के मालिक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया था। बाद में बाराबंकी कोतवाली पुलिस ने मामला किशोर न्याय बोर्ड आजमगढ़ को भेज दिया। शुक्रवार को किशोर ने न्याय बोर्ड के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है।