
आज़मगढ़। मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद भी सरकारी भूमि से कब्जा न हटाए जाने के विरोध में शनिवार को बूढ़नपुर तहसील के खालिसपुर के ग्रामीणों ने गांव में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने जांच करने पहुंची राजस्व टीम पर कब्जा हटाने की बजाय शिकायत कर्ता को ही धमकाने का आरोप लगाया। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि गांव में 250 बीघा सरकारी भूमि पर अवैधरूप से कब्जा है। गांव के दीपचंद दुबे ने सरकारी भूमि से कब्जा हटाने के लिए 25 मई 2022 को मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत किया था। राजस्व टीम जब जांच करने गांव में पहुंची तो कब्जाधारियाें की वजाय शिकायतकर्ता पर ही मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देने लगी। फिर उच्चाधिकारियों से शिकायत पर राजस्व टीम ने दबाव में 17 कब्जेदारों को नोटिस जारी कर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। फरवरी 2025 में पुन: इसकी शिकायत तहसील दिवस और मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बाहरी लोगों को फजीँ तरीके से पट्टा और रजिस्ट्री किया गया है। सड़क किनारे से निकले नाले पर भी कब्जा कर लिया गया है। इसके कारण जल निकासी की समस्या खड़ी हो गई है। किसानों के खेतों में पानी लग रहा है। गांव में दर्जनों गरीब परिवार है जिनके पास शौचालय बनाने तक जमीन नहीं हैं। ग्रामीणों ने मांग किया कि मामले की किसी,सक्षम अधिकारी जांच कराकर सरकारी भूमि को कब्जे से खाली कराया जाय। भूमिहीनों को रहने के लिए जमीन उपलब्ध कराया जाय। इस मौके पर दीपचंद दूबे, धर्मराज यादव, राणा प्रताप, रंजीत सिंह, सुरेश, गनेश, रमेश, रविंद्र, राममिलन, सरिता, मंशा, रेनू, शारदा आदि मौजूद थे।
एसडीएम बुढ़नपुर पंकज कुमार दीक्षित ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर सरकारी जमीन पर कब्जा की शिकायत ग्रामीणों ने की है तो मामला गंभीर है। मैं इसकी जांच करवाता हूं कि जब सरकारी भूमि से कब्जा हटाने के लिए शिकायत हुई तो उसमें क्या हुआ। आरोप के तह तक जाकर सच्चाई जाना जाएगा। अगर मामला सही है तो संबंधित पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।