रिपोर्ट: अरुण यादव
आजमगढ़। जमीनी विवाद को लेकर जिला मुख्यालय स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अंबेडकर पार्क में एक पीड़ित परिवार दो दिन से धरने पर बैठा हुआ था। जहां पहले दिन इनकी सुध लेने कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। वही दूसरे दिन धरनास्थल पहुंचे आलाधिकारी सुध लेने की बजाय पीड़ितों के साथ सख्ती से पेश आए। बतादे की पूरा मामला निजामाबाद तहसील के मुईयामकदूमपूर गांव का है जहां की रहने वाली पीड़िता निर्मला देवी अपने पति रामनवल और परिवार के अन्य सदस्यों को लेकर डीएम कार्यालय के सामने पार्क में धरने पर बैठ गई थी। निर्मला ने आरोप लगाते हुए बताया कि गांव के ही एक दबंग द्वारा स्थानीय तहसील के एसडीएम तहसीलदार लेखपाल और थानाध्यक्ष को अपने प्रभाव में लेकर उसकी सड़क किनारे की बेशकीमती जमीन पर अवैद्य निर्माण कर जबरन कब्जा कर लिया गया। जबकि उक्त मामले में न्यायालय से स्थगन आदेश भी था। पीड़िता ने बताया कि इस मामले में जब उसे थाने व तहसील से न्याय नहीं मिला तो वह थकहार कर जिलाधिकारी से न्याय की आश में धरने पर बैठी गई थी। लेकिन यहां से भी उसे जबरदस्ती हटा दिया गया। जहां एसडीएम की मौजूदगी में सीओ सिटी गौरव शर्मा के नेतृत्व में शहर कोतवाल शशि मौली पांडे पुलिस बल लेकर पीड़ितो को धरना स्थल से जबरदस्ती टांग ले गए। जहां बाद में आलाधिकारियों द्वारा उन्हें आश्वाशन देकर घर भेज दिया गया। फिलहाल अभी पीड़ित को इस मामले में न्याय नहीं मिला है।