आजमगढ़। हाल ही में आपदा प्रबंधन को लेकर हरिऔध कला केंद्र में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें लोगों को नाश्ता पानी उपलब्ध कराने के लिए लगाई गई कंपनी द्वारा कूड़े-कचरे को उसी तरह से छोड़ दिया गया। जिसके लिए जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के सचिव द्वारा कंपनी पर 36000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। शासन के निर्देश पर जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण की ओर से कई दिन तक प्रशिक्षण का आयोजन हरिऔध कला केंद्र में किया गया। इस दौरान काफी संख्या में लोग इस प्रशिक्षण में शामिल हुए। प्रशिक्षण में शामिल लोगों को नाश्ता-पानी उपलब्ध कराने के लिए मेसर्स बीएस इंटर प्राइजेज हरबंशपुर को जिम्मेदारी मिली।
संस्था द्वारा लोगों को नाश्ता तो उपलब्ध कराया गया लेकिन इस दौरान तेल, दाल, सब्जी, गोभी, प्याज लहसुन आदि के छिलके जो जमीन पर गिरे थे उन्हें उसी तरह से छोड़ दिया गया। जिसे बंदरों द्वारा पूरे परिसर में फैला दिया गया। इसके बाद आपदा प्रभारी, आपदा विशेषज्ञ और संस्था के प्रोपराइटर को बुलाकर उसे दिखाते हुए इसकी साफ-सफाई कराई गई। नियमों के अनुसार आरक्षण से अधिक अवधि तक हरिऔध कला केंद्र का उपयोग करने पर 3000 रुपये प्रति घंटे की दर से अर्थदंड का प्रावधान है। साथ ही उसके द्वारा सफाई का ध्यान न देकर नियमों और शर्तों का उल्लंघन किया गया। 12 घंटे तक केंद्र परिसर में उसी तरह से गंदगी फैली रही। जिसके लिए सचिव द्वारा मेसर्स बीएस इंटर प्राइजेज पर 36000 रुपये का अर्थदंड लगाया गया है। इस संबंध में हरिऔध कला केंन्द्र के केयर टेकर हरिप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि कंपनी को हरिऔध कला केंद्र परिसर में भोजन बनाने की जिम्मेदारी थी। इस दौरान जो कचरा निकला उसकी इनके सफाई न करके इसी तरह से छोड़ दिया गया। जिसकी सफाई कराई गई। इसके लिए कार्य करने वाली संस्था पर अर्थदंड लगाया गया है। सचिव ने नोटिस जारी कर दिया है
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