
लखनऊ। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा कि पिछली बार सपा ने अपनी हार के लिए बसपा को जिम्मेदार बताकर बचने का प्रयास किया था।
इस बार बसपा (BSP) मैदान में नहीं थी, ऐसे में सपा को अपनी करारी हार का कारण जनता को बताना चाहिए। मायावती ने दिल्ली में भाजपा की जीत के लिए भी आम आदमी पार्टी की नीतियों को जिम्मेदार बताया।
मिल्कीपुर में सपा 61 हजार वोटों से हारी
दिल्ली विधानसभा चुनाव और अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट (Milkipur By Election Result 2025) पर उपचुनाव के परिणामों को लेकर रविवार को मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया दी। मायावती ने कहा कि मिल्कीपुर में समाजवादी पार्टी की अपनी सीट पर 61 हजार 710 वोटों से करारी हार हुई है।
बसपा ने देश में चुनावी गड़बड़ी संबंधी आवश्यक सुधार होने तक कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ने के फैसले के कारण इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतार था। इसके बावजूद सपा की इतनी शर्मनाक हार कैसे हुई? इस पर सपा के जवाब का लोगों को इंतजार है।
बसपा प्रमुख ने अखिलेश से मांगा जवाब
बसपा प्रमुख ने दिल्ली चुनाव पर कहा, ‘यह नतीजा लगभग 27 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भाजपा के पक्ष में लगभग एकतरफा होने से बसपा सहित दूसरी पार्टियों को काफी नुकसान सहना पड़ा। इसका एक प्रमुख कारण अब तक दिल्ली में सत्ता में रही आप पार्टी की सरकार है।’
”आप और भाजपा व उसकी केंद्र सरकार के बीच हर स्तर पर लगातार जबरदस्त राजनीतिक द्वेष, संघर्ष, टकराव व तनाव आदि के कारण दिल्ली का समुचित विकास नहीं हो पाया है। जिसका खामियाजा खासकर गरीब व मेहनतकश परिवारों एवं अप्रवासी लोगों को विभिन्न रूपों में बराबर उठाना पड़ा है। ऐसे में राजधानी की जनता ने ‘हवा चले जिधर की, चलो तुम उधर’ की तर्ज पर भाजपा की सरकार बना दी है।”
‘अब केंद्र की भाजपा सरकार का उत्तरदायित्व है कि वह दिल्ली की जनता से किए गए जनहित व जनकल्याण के तमाम वादों और गारंटियों आदि को पूरी ईमानदारी व निष्ठा से जल्दी पूरा करें, जिससे आम लोगों का जीवन थोड़ा बेहतर अर्थात ‘अच्छे दिन’ वाला बन सके। सबसे पहले देश की राजधानी को रहने योग्य बेहतर बनाएं।’मायावती ने बसपा के प्रदर्शन को लेकर कहा कि पार्टी के लिए आंबेडकरवादी लोगों को निराशा होने की जरूरत नहीं है। अब बसपा के बैनर तले आगे बढने का प्रयास पूरे तन, मन, धन से लगातार जारी रखना है, तभी उत्तर प्रदेश की तरह इस मूवमेंट को सफलता मिलेगी और बहुत कुछ बदलेगा।