अलीगढ़। महाशिवरात्रि पर खेरेश्वर धाम पर जलाभिषेक करने गए शिवभक्तों की भीड़ के सारे इंतजाम ध्वस्त हो गए। जलाभिषेक के बाद आने और जाने का रास्ता एक होने से भीड़ का दबाव इतना हो गया कि छह महिलाएं बेहोश हो गईं। भीड़ को देखते हुए की गई बैरिकेडिंग भी टूट गई। शिव भक्तों को बाहर निकलने के लिए अलग से रास्ता नहीं बना या गया। एक ही रास्ता से लोग आ जा रहे थे। पिछली बार आने और जाने के अलग अलग रास्ता थे।

सोमवार को डीएम संजीव रंजन और एसएसपी संजीव सुमन ने भी निरीक्षण किया था। दो नायब तहसीलदादार के अलावा पुलिस की भी ड्यूटी लगाई गई थी। सारी तैयारियां धरी रह गईं। दोपहर एक बजे के बाद भी भीड़ कम नहीं हो रही है।

महाशिवरात्रि पर रात 12 बजते ही शिवालय बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठे। श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर, खेरेश्वर धाम और श्री मंगलेश्वर महादेव मंदिर में लाइन लगाकर कांवड़ियों ने कांवड़ चढ़ाईं और भोलेनाथ से मनोकामना की। रामघाट सहित अन्य गंगाघाटों से कांवड़ लाने वालों की मंदिरों में देर शाम से ही लाइन लगना शुरू हो गई थी। हारे थके कांवड़िए कांवड़ रखकर वहीं पर विश्राम करने लगे और रात के 12 बजने का इंतजार किया। जैसे ही 12 बजे जलाभिषेक शुरू हो गया। जो कि अगले दिन सुबह तक चलता रहा।

बेहोश बच्ची को लेकर अस्पताल जाती मां

अचलेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव में बेहोश हुई बच्ची, हालत गंभीर

महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक के लिए देर रात उमड़ी भीड़ के चलते अचलेश्वर महादेव मंदिर में धक्का-मुक्की हुई और कई श्रद्धालु गिर गए। इससे वहां भगदड़ मच गई। भगदड़ में सात वर्ष की एक बच्ची भीड़ के दबाव में आ गई। उसे बड़ी मुश्किल से निकाला गया। अचेतावस्था में उसे जिला अस्पताल ले जाया गया है।  यहां से हालत गंभीर होने के चलते जेएन मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया है।

हादसे के बाद पुलिस ने मंदिर में भीड़ को संभाला

घटना रात करीब पौने दो बजे की है। रात दस बजे से ही शिवालयों में भीड़ होने लगी थी। बारह बजते ही श्रद्धालु शिवालयों में जलाभिषेक करने के लिए उमड़ पड़े। अचलताल स्थित अचलेश्वर महादेव मंदिर में भी भीड़ काफी थी। जल्दी जलाभिषेक करने के चलते दबाव बढ़ गया। तभी धक्का-मुक्की हुई और कई लोग गिर गए। भीड़ में बेगपुर की सात वर्षीय निधि दब गई। वह अपनी मां के साथ जलाभिषेक के लिए आई थी।चीख पुकार सुन लोगों ने उसे भीड़ में निकाला, तब तक वह अचेत हो गई। रोती -बिलखती मां लोगों व पुलिस के सहयोग से अस्पताल ले गई। यहां से डाक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। हादसे के बाद पुलिस ने मंदिर में भीड़ को संभाला।